Mobile कैसे Hack करें? मोबाइल हैकिंग के तरीके

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Hacking की घटनाएं आम हो चुकी हैं ऐसा नहीं है कि आप कोई सेलिब्रिटी आदमी नहीं है तो आपका Mobile Hack नहीं होगा. खाली टाइम बैठे हैकर किसी का भी मोबाइल हैक करते हैं. किसी का भी सोशल मीडिया अकाउंट हैक करते हैं. वर्तमान समय में बेरोजगारी इतनी बढ़ गई है, की मात्रा कुछ हजार के लिए हैकिंग हो जाती है.

अगर आप भी अपने डेटा की चोरी के लिए और Mobile hack किए जाने की बात से परेशान रहते हैं, आपको डर रहता है कि कोई आपका मोबाइल फोन हैक कर लेगा तो आज के बाद आपको इन सब चीजों से डरने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी.

इस आर्टिकल में हम मुख्य रूप से हैकिंग क्रोनोलॉजी को समझाएंगे. यहां हम आपको उन सभी बिंदुओं के बारे में बताएंगे जिनके द्वारा हैकर mobile phone hack करते हैं. और यहां पर हम उनसे बचाव के सारे तरीके भी बताएंगे.

मोबाइल फोन हैकिंग क्या है?

आमतौर पर हैकर्स के द्वारा मोबाइल डिवाइस में कुछ वायरस बाग डालकर या फिर किसी वेबसाइट के लिंक के माध्यम से फोन की स्पेशल परमिशन जैसे कैमरा लोकेशन और गैलरी इत्यादि एक्सेस करके डाटा चुराए जाने वाली प्रक्रिया को मोबाइल फोन हैकिंग किस श्रेणी में रखा जाता है.

मोबाइल फोन की हैकिंग करना इतना आसान हो गया है कि कोई अदना सा बच्चा भी इंटरनेट से थोड़ी बहुत ट्रिक पकड़ कर ऐसी हैकिंग करने बैठ जाता है.

आप यकीन नहीं करेंगे कि आपको बहुत नुकसान पहुंचाया जा सकता है. अगर आप सावधान नहीं हुए और अपने चीजों को गंभीरता से नहीं लिया तो काफी कुछ ऐसा होगा जिसकी आपने कल्पना नहीं की होगी.

Mobile hacking कैसे होती है?

देखिए कई सारे ऑपरेटिंग सिस्टम के मोबाइल फोन मार्केट में चलते हैं, हर एक फोन के लिए अलग प्रकार की एप्लीकेशन एक्सटेंशन होती हैं और प्रोग्रामिंग भी सभी की लगभग अलग अलग है. इसलिए हर एक डिवाइस की अलग प्रकार से हैकिंग की जाती है.

हैकिंग की घटना एंड्रॉयड फोन में होती क्योंकि एंड्रॉयड फोन थर्ड पार्टी ऐप डाउनलोड करने की भी ऑप्शन देता है, ऐसे में हैकर्स के द्वारा लालच से किसी भी ऐप को आपके फोन में डाउनलोड करवा दिया जाता है. थर्ड पार्टी अप होने की वजह से गूगल उसकी जांच नहीं करता. और ब्राउज़र से डाउनलोड करने की वजह से आप उसको जब इंस्टॉल करते हैं तब वह सारी परमिशन लेकर आपके फोन को टेकओवर कर लेता है.

वर्तमान में स्पाई हैकिंग के लिए खास रूप से दो तरह के मेथड इस्तेमाल किया जा रहे हैं.

  1. एप्लीकेशन के द्वारा स्पाई हैकिंग
  2. डायरेक्ट लिंक के द्वारा स्पाई हैकिंग

इन सभी प्रकार की हैकिंग का मुख्य उद्देश्य डाटा की चोरी होता है, मोबाइल फोन हैक करने वाली हैकिंग को आमतौर पर स्पाई हैकिंग कहते हैं.

एप्लीकेशन के द्वारा स्पाई हैकिंग

एप्लीकेशन के द्वारा स्पाई हैकिंग लगभग वही है जो मैंने आपके ऊपर समझाया है. इस हैकिंग में हैकर्स के द्वारा टारगेट के फोन में एक माइक्रो ऐप इंस्टॉल किया जाता है. इस ऐप में ना तो कोई आइकॉन होता है और ना ही किसी भी प्रकार की अन्य कोई साउंड फाइल. इस तरह के अप में सिर्फ और सिर्फ कोडिंग होती है. यह ऐप मोबाइल फोन की लगभग हर डाटा की एसेंशियल परमिशन ले लेता है,

जैसे कि-

  • कॉल हिस्ट्री
  • एसएमएस ऐप की परमिशन
  • कॉल करने की परमिशन
  • डाटा यूसेज की परमिशन
  • मीडिया गैलरी की परमिशन
  • कीबोर्ड की परमिशन
  • ओवरले एप्स डिस्प्ले

इत्यादि परमिशन ऐसे ऐप ले लेते हैं. और इंस्टॉल करने और परमिशन देने की प्रक्रिया के तुरंत बाद यह ऐप लोगों को दिखना बंद हो जाते हैं. क्योंकि इनमें कोई आइकॉन नहीं होता. और ना ही इनका कोई नाम होता है. यह एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम को चकमा देकर बनाये गए apps होते हैं. व्यक्ति समझ नहीं पता कि आखिर ऐसा क्यों हुआ और वह ध्यान देना बंद कर देता है.

उसके बाद ऐसे एप्स ली गई परमिशन का इस्तेमाल करके सारा डाटा चोरी करते रहते हैं और इंटरनेट के माध्यम से हैकर्स के सर्वर में फाइल्स के रूप में कलेक्ट करते रहते हैं. ऐसे एप्स के द्वारा व्हाट्सएप के मैसेज तथा फेसबुक इंस्टाग्राम आईडी का पासवर्ड भी हैक हो जाता है क्योंकि यह कीबोर्ड की परमिशन भी लिए होते हैं और कीबोर्ड पर type होने वाला डाटा भी है रिकॉर्ड करते हैं.

डायरेक्ट लिंक के द्वारा स्पाई हैकिंग

डायरेक्ट लिंक के द्वारा स्पाई हैकिंग करने की घटना अक्सर हुआ करती है. आप जानकर हैरान हो जाएंगे की अनगिनत बार आप लोग इसका शिकार हो चुके हैं.

कई बार व्हाट्सएप पर अनजान वेबसाइट के यूआरएल आते हैं जो फ्री रिचार्ज का दावा करते हैं. आमतौर पर लोग उन पर क्लिक करके फ्री रिचार्ज के लालच में पहुंच जाते हैं. ऐसी वेबसाइट असल में कोई फ्री रिचार्ज नहीं देती यह या तो सिर्फ एडवरटाइजिंग से पैसे कमाने के लिए बनी होती हैं या फिर यह लोगों का आईपी ऐड्रेस, लोकेशन और कैमरा की एक्सेस लेकर के फोटो कैप्चर किया करते हैं.

यह एक उदाहरण है लिंक इसे ही किसी अन्य लालच के साथ आपको भेजा जा सकता है जिसपर आप क्लिक करे बिना रह नहीं पाएंगे.

देखिए इसका तरीका कुछ ऐसा होता है की वेबसाइट पर ऐसी कोडिंग की जाती है जिससे वह आपकी लोकेशन और कैमरा तथा माइक्रोफोन की परमिशन ले लेता है. परमिशन देने के बाद जैसे ही वेबसाइट ब्राउज़र में लोड होती है तुरंत ही दो चार फोटो कैप्चर हो जाती है और मोबाइल फोन में कौन सी सिम पड़ी है तथा किस लोकेशन पर व्यक्ति बैठा है यह सारी डिटेल वेबसाइट के सर्वर में पहुंच जाती है.

यानी कि मात्र एक वेबसाइट के लिंक से आपका इतना सारा डाटा चोरी हो गया. और आपको पता भी नहीं चला. यह है स्पाई हैकिंग. इसको हिंदी में ऐसे ही परिभाषित करेंगे.

क्यों किया जाता है Mobile hack?

स्पाई हैकिंग करने वाले लोगों में पेशेवर हैकर के साथ साथ आपके करीबी लोग भी शामिल हो सकते हैं पेशेवर हैकर पब्लिक का डाटा कलेक्ट करने के लिए ऐसा करते हैं. उन्हें उम्मीद रहती है कि शायद कुछ ऐसा मिल जाए जिससे वह किसी को ब्लैकमेल कर सके या फिर अच्छे खासे पैसे पर हाथ मार सके.

वही आपके करीबी लोग भी मोबाइल फोन हैकिंग का काम अंजाम दे सकते हैं, किसी का करीबी दूसरे का फोन इसलिए हैक करना चाहता है ताकि वह आप पर नजर रख सके कि आप किस से बात करते हैं कैसी फोटोस आप किसी को भेजते हैं या फिर कैप्चर करते हैं.

आम लोगों में लोग अपनी वाइफ गर्लफ्रेंड हस्बैंड अथवा बच्चों पर नजर रखने के लिए मोबाइल फोन स्पाइ हैकिंग करते हैं. कई बार तो लोग दूसरों को ब्लैकमेल करने के लिए ऐसी हैकिंग करते हैं. और ज्यादातर यह लोग परिचित ही होते हैं.

बच्चों के मामले में यह हैकिंग अच्छे उद्देश्य के लिए उपयोग की जाती है. इसको पैरेंटल कंट्रोल की तरह इस्तेमाल करना एक अच्छे उद्देश्य में आता है. बच्चे बिगड़ ना जाए कहीं कुछ गलत ना करने लगे इसलिए अभिभावक अपने बच्चों पर नजर रखने के लिए Mobile फोन Hack करते हैं.

परंतु जब 18 से ऊपर के व्यक्ति के मोबाइल फोन को किसी गलत उद्देश्य से हैक किया जाता है, तो यह अपराध हो जाता है. तथा उसकी निजता का उल्लंघन होता है.

अपने Mobile को Hack होने से कैसे बचाएं?

अपने मोबाइल फोन को हैकिंग से बचने के लिए आपको थोड़ी सी सावधानी करनी पड़ेगी और मोबाइल में थोड़ी सी सेटिंग्स करनी पड़ेगी. यहां पर बताएगी छोटी सी ट्रिक से आप अपने मोबाइल फोन को पूरी तरह से सदा के लिए सुरक्षित कर सकते हैं.

ब्राउज़र से परमिशन हटाए: आमतौर पर ज्यादातर लिंक हम क्रोम ब्राउज़र या फिर किसी अन्य ब्राउज़र में ओपन करते हैं. डायरेक्ट लिंक की हैकिंग से बचने के लिए आप पहले से ही सेटिंग में जाकर के क्रोम ब्राउज़र और अन्य ब्राउज़र की कैमरा कांटेक्ट और लोकेशन इत्यादि परमिशन बंद कर दीजिए.

1. अनजान स्रोत से ऐप डाउनलोड ना करें:

एप्लीकेशन से हैकिंग तभी होती है जब आप किसी अनजान स्रोत से किसी हैकिंग एप्स को डाउनलोड कर बैठते हैं. जबकि किसी भी ऐप को मोबाइल फोन में केवल भरोसेमंद जगह से डाउनलोड करना चाहिए. इसलिए हमेशा प्ले स्टोर जैसे भरोसेमंद एप्लीकेशन स्टोर का ही इस्तेमाल करें.

2. मोबाइल फोन को अपडेट रखें:

अपने मोबाइल फोन को रेगुलर अपडेट करते रहें, अगर पहले से किसी ने ऐसा हैकिंग एप इंस्टॉल किया रहेगा तो गूगल उसको खुद ही डिटेक्ट करके अनइनस्टॉल करने के लिए नोटिफिकेशन भेजेगा.

3. एंटीवायरस का उपयोग करें:

मोबाइल फोन के लिए कई सारे एंटीवायरस ऐप बने हुए हैं जो फ्री में मोबाइल फोन पर प्रोटेक्शन देते हैं. अवास्ट और नॉर्टन सिक्योरिटी ऐप इनमें से किसी भी एंटीवायरस को डाउनलोड कर लीजिए और आपका फोन सुरक्षित हो जाएगा.

4. अनजान वेबसाइट्स को परमिशन न दें:

किसी भी वेबसाइट को ब्राउज़र में ओपन करने से पहले यह सुनिश्चित कर ले कि उसे वेबसाइट पर आप क्या कार्य करने जा रहे हैं. यानी कि आपको पता ही होगा कि कौन सी वेबसाइट को किस परमिशन की आवश्यकता होनी चाहिए. ऐसे में जहां पर कैमरे की कोई आवश्यकता ही नहीं है वह वेबसाइट कैमरे या फिर कॉन्टेक्ट की एक्सेस मांगे. तो तुरंत समझ जाए कि यह एक हैकिंग वेबसाइट है. और उसे तुरंत बंद कर दे.

5. मोबाइल में लॉक लगा कर रखें:

आमतौर पर हैकिंग के ऐप्स परिचित लोगों के द्वारा डायरेक्ट फोन में इंस्टॉल कर दिए जाते हैं. ताकि वह आपके फोन पर होने वाली गतिविधियों पर नजर रख सके. इसलिए अपने मोबाइल फोन में हमेशा एक अच्छा सा लॉक लगा कर रखें. जिसका पासवर्ड या फिर पैटर्न किसी को पता ना हो.

मोबाइल फोन के लॉक्स के विषय में यहां पढ़ सकते हैं-

> मोबाइल में Voice Lock कैसे लगाएं? आवाज से lock Unlock कैसे करें

> Smartphone में Time Lock कैसे लगाएं? पूरी जानकारी

इस तरह कुछ पहलुओं का ध्यान रखकर कि आप आसानी से मोबाइल फोन को हैक होने से बचा सकते हैं. इन्हीं गलतियों को करने की वजह से लोगों का मोबाइल फोन हैक होता है और अगर आप यह गलतियां नहीं करेंगे और आप उनके प्रति सजग रहेंगे तो आपका मोबाइल फोन जीवन में कोई हक नहीं कर पाएगा.

निष्कर्ष

इस आर्टिकल में हमने मोबाइल फोन की हैकिंग के विषय में विस्तृत जानकारी दी है. यहां बताया गया है कि मोबाइल कैसे हैक किया जाता है? इसके साथ ही मोबाइल फोन को हैक होने से बचने के तरीकों को भी बताया गया है. उम्मीद करते हैं यह जानकारी आप आज्ञा वर्धन करेगी और आपको डिजिटल सुरक्षा प्रदान करेगी.

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