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एक किलो में कितने ग्राम होते हैं, जानिए किलो का पूरा इतिहास

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एक किलो में कितने ग्राम होते हैं? एक स्कूल स्टूडेंट के लिए यह सवाल काफी कॉमन होता है. क्योंकि स्कूल के पाठ्यक्रम में इसे सामान्य ज्ञान के प्रश्न काफी अहम है. वैसे किलो और ग्राम का इतिहास काफी रोचक है. तो चलिए किलोग्राम के बारे में जाने.

अगर हम बाजार से चीनी खरीदने जाते हैं या फिर कोई अन्य चीज खरीदने जाते हैं जो वजन के हिसाब से बेची जाती है. तब दुकानदार हमें हमारी मांग के अनुसार 1 किलो 2 किलो या फिर आधा किलो इत्यादि वजन के हिसाब से देता है. वजन तोलने के लिए पहले लोहे के बांट इस्तेमाल किए जाते थे वर्तमान में इलेक्ट्रिक तराजू इस्तेमाल किए जाते हैं. परंतु एक सवाल उठता है कि यह कैसे तय किया गया है कि इतनी वजन की चीज ही 1 किलोग्राम है.

इसीलिए आज हम आपको वजन तौलने के पैमाने का महत्वपूर्ण ज्ञान देंगे. आर्टिकल में हम आपको बहुत ही महत्वपूर्ण सवालों के जवाब देंगे. साथ ही यह भी बताएंगे की 1 किलोग्राम और ग्राम इत्यादि वजन कैसे तय किए गए. 1 किलोग्राम में कितने ग्राम होते हैं. आदि सभी महत्वपूर्ण सवालों का जवाब जानने के लिए इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें.

1 किलोग्राम में कितने ग्राम होते हैं? Ek Kilo me Kitne Gram Hote Hain?

किलोग्राम और ग्राम दोनों ही वजन तोलने की प्रणाली का हिस्सा है ग्राम एक छोटी इकाई है इसको इंग्लिश में g से दर्शाया जाता है. 1 ग्राम 1 किलोग्राम का 1000 वां हिस्सा होता है. यानी की 1 ग्राम 1 किलोग्राम का 1000 गुना छोटा हिस्सा होता है.

दूसरी तरफ अगर हम किलोग्राम की बात करें तो किलोग्राम द्रव्यमान मापने की एक बड़ी इकाई है इसको अंग्रेजी में kg से दर्शाया जाता है. और यह 1000 ग्राम के बराबर होता है.

यानी की 1 किलोग्राम बराबर 1000 ग्राम होता है.

यहां से आपको यह बात क्लियर हो गई होगी कि ग्राम और किलोग्राम क्या होते हैं. और उनकी गणित समझ में आ गई होगी. अब हम बात करेंगे किलोग्राम और ग्राम के इतिहास की.

किलोग्राम और ग्राम का इतिहास

1 किलोग्राम में कितने ग्राम होते हैं यह तो हमने जान लिया लेकिन अभी यह जानना जरूरी है कि पहली बार 1 किलोग्राम का वजन कितना रखा जाए यह कैसे तय किया गया.

देखिए भारत में वजन तोलने की इकाइयों का इतिहास बहुत ही ज्यादा पुराना है इसलिए बहुत बड़े इतिहास को समझने से अच्छा है हम आपको आजादी के आसपास का इतिहास बताते हैं.

Standards of Weights and Measures Act: भारत की स्वतंत्रता के बाद भारतीय संसद में वजन के पैमाने तय किए गए सन 1950 में व्यापार की सटीकता और वजन तोलने की इकाई को आधिकारिक मान्यता देने के लिए स्टैंडर्ड ऑफ़ वेट एंड मेजरमेंट एक्ट पास किया गया था.

इस एक्ट के तहत कई सारे पैमाने तय किए गए थे और उनकी मूल इकाई पर मोहर लगाई गई. उसी में वजन तोलने की इकाई ग्राम और किलोग्राम तय की गई.

ग्राम और किलोग्राम में कितना वजन होना चाहिए इसके लिए भारत सरकार ने एक प्रोटोटाइप बनाया यह प्रोटोटाइप बिल्कुल वैसा ही बनाया गया जैसा की दुनिया भर में इस्तेमाल किया जाता है.

यह प्रोटोटाइप भारत के राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला (National Physical Laboratory, NPL) में रखा गया, जो मापन के राष्ट्रीय मानकों का संरक्षक है।

यह प्रोटोटाइप असल में एक वस्तु है जिसका वजन भारत सरकार के द्वारा 1 किलोग्राम माना गया. और इसी प्रोटोटाइप के अनुसार भारत भर में 1 किलोग्राम के वजन तय किए जाते हैं. और इसके 1000 में हिस्से को 1 ग्राम मान लिया गया.

इस पूरी बातों का अर्थ इतना सा है कि किलोग्राम इत्यादि वजन के पैमाने बनाने के लिए लोगों ने किसी एक निश्चित वजन को 1 किलोग्राम नाम दे दिया. और उसके 1000 में हिस्से को 1 ग्राम. इस तरह से ग्राम और किलोग्राम की परिभाषा तय की गई.

क्या 1 किलोग्राम और ग्राम का वजन बढ़ और घट सकता है?

जब हमें यह पता चलता है कि किलोग्राम कोई प्रकृति रूप से निश्चित वजन नहीं बल्कि लोगों के द्वारा एक माना हुआ और मान्यता दिया गया वजन है. तो यह भी सवाल उठता है कि क्या कभी भविष्य में इस वजन को बढ़ाया या घटाया जा सकता है?

इसका जवाब हां और नहीं दोनों है. हां इसलिए क्योंकि बेशक अगर कोई देश चाहे तो अपने देश के किलोग्राम का वजन बढ़ा और घट सकता है. परंतु वह ऐसा करेगा नहीं क्योंकि ऐसा करने पर उसके अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में मुश्किलें आने लगेंगे.

लेकिन अगर कोई देश कई सारी देश की सहमति से किलोग्राम का वजन बढ़ता है या घटता है तब उसका व्यापार खतरे में नहीं पड़ेगा. और ऐसी स्थिति में बेशक कोई ऐसा देश जिसकी मान्यता सभी देशों में हो वह व्यापार और वजन के नए पैमाने तय करने के लिए किलोग्राम का वजन बढ़ा सकता है और घटा भी सकता है.

भविष्य में ऐसा भी हो सकता है कि शायद जिस वजन को हम आज 1 किलो मान रहे हैं भविष्य में वह बढ़कर 2 किलो के बराबर हो जाए या फिर घटकर आधा किलो रह जाए.

निष्कर्ष

यहां बताया गया है कि 1 किलो ग्राम में कितने ग्राम होते हैं. इसके साथ ही यहां पर आपको किलोग्राम की परिभाषा तय करने के पैमाने इतिहास तथा संसद में पास किए गए वेट और मेजरमेंट एक्ट के बारे में भी बताया गया है. उम्मीद करते हैं यह जानकारी आपके लिए उपयोगी सिद्ध होगी.

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