ट्रेडिंग ऐप्स के बहुत सारे एडवर्टाइजमेंट यूट्यूब इंस्टाग्राम और फेसबुक यहां तक की टीवी पर भी आते रहते हैं. जिसमें दर्शकों को बताया जाता है कि आप इस ऐप से शेयर खरीद करके इतने पैसे कमा सकते हैं. कई उदाहरण देकर बताया जाता है कि किसी व्यक्ति ने इस ऐप पर इतने शेयर खरीदे और कुछ साल में वह करोड़पति बन गया.
यह सब देख कर आपके मन में भी सवाल उठना होगा क्या ऐसे शेयर मार्केट के ब्रोकर एप्स पर शेयर खरीदने और बेचने भर से आप करोड़पति बन सकते हैं?
आज के इस आर्टिकल में हम इन्हीं सारी चीजों का विश्लेषण करते हुए आपको सटीक जानकारी देते हुए आपके मन में एडवरटाइजिंग के माध्यम से पैदा किए गए लालच और भ्रम को दूर करेंगे. यहां हम आपको फैक्ट्स के साथ groww & angel one broking जैसे ट्रेडिंग ऐप्स की असलियत समझाएंगे.
क्या है शेयर मार्केट?
सबसे पहले तो शेयर मार्केट को समझाना पड़ेगा तब कहीं हम जाकर के इन ब्रोकर एप्स को समझ पाएंगे. शेयर मार्केट कोई आसान नहीं बल्कि बहुत ही पेचीदा चीज है. इसमें कई सारी कंपनियां अपने स्टॉक पब्लिक कर देती हैं एक तरह से लिस्टिंग कर देती हैं. उसमें पब्लिक अपना पैसा लगा सकती है. कंपनी को मुनाफा होता है तो पब्लिक को भी मुनाफा होता है. परंतु यही सब तो खेल होता है.
क्योंकि कंपनियां जब चाहेगी तभी आपको मुनाफा दिखेगा, और जब जाएगी अपने आप को दिवालिया दिखा सकती हैं. शेयर मार्केट में लगाए गए किसी भी पैसे के डूबने की कोई गारंटी होती नहीं है. क्योंकि यह आप अपनी मर्जी से निवेश करते हैं. जब कंपनी आपसे पैसा मांगती है तब उसकी गारंटी होती है, लेकिन आप जब खुद की मर्जी से पैसा देते हैं तब कोई गारंटी नहीं होती. ऐसे में अगर आप कोई कंपनी अपने आप को दिवाली या दिखा देती है आपके शहर के दाम गिर जाते हैं और आपकी वाट लग जाती है. हालांकि यह है शेयर मार्केट में उतार चढ़ाव की कहानी.
इसमें वही कमा सकता है जिसे सिर्फ कंपनी के नाम की नहीं बल्कि कंपनी के अंदर की रियलिटी पूरी तरह से पता हो. क्योंकि अगर आप किसी कंपनी के शेयर्स खरीदने में पैसा लगा रहे हैं और आप उसे कंपनी का सिर्फ नाम जानते हैं और ऊपर ऊपर से जो उसके बारे में सुना है वह जानते हैं. तो आपका पैसा डूबेगा.
शेयर मार्केट में कमाई करने के लिए कंपनी के अंदर की जानकारियां जरूरी होती हैं. कंपनी किस नीति पर चल रही है कितनी मजबूत है यह सब जानकर ही शेयर मार्केट में पैसा लगाने वाला पैसा कमा सकता है.
देश में कई सारे ऐसे लोग हैं जिन्होंने शेयर मार्केट में ही करोड़ों का बिजनेस किया है. लेकिन वह लोग किसी एप्लीकेशन के माध्यम से शेयर नहीं खरीदते हैं. वह कंपनी में डायरेक्ट डील करके अपने शेयर बुक करते हैं.
यहां तक तो आपने शेयर मार्केट के उतार चढ़ाव और पैसे लगाने के नजरिए को थोड़ा बहुत समझ लिया है. अब हम समझते हैं, Groww, उपस्टॉक्स, एंजल ब्रोकिंग और zerodha या इनके जैसे बाकी कई सारे डिजिटल शेयर मार्केटिंग एप्लीकेशन के बारे में.
क्या मोबाइल एप्लीकेशन से शेयर मार्केट में पैसा लगाने से करोड़पति बन सकते हैं?
अब कई लोग यूट्यूब इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसी एप्लीकेशन पर आने वाले एडवर्टाइजमेंट देखकर Groww, उपस्टॉक्स, एंजल ब्रोकिंग और पांच पैसा जैसे तमाम कई सारे ऐप्स में से कोई डाउनलोड करके डिमैट अकाउंट बनाकर के शेयर मार्केट में पैसा लगाना चालू कर देते हैं. और वह सोचते हैं कि उनकी भी किस्मत किसी दिन चमकेगी और जैसा उन्होंने सुना है इस तरह वह भी करोड़पति बन जाएंगे. परंतु ऐसा होता है या नहीं यह आप समझ जाएंगे.
बिजनेस एक बहुत बड़ा नेक्सस है और सारे व्यापारी एक दूसरे से मिले हुए हैं शेयर मार्केट की वजह से. अब शेयर मार्केट में इस तरह के जो ब्रोकर होते हैं उनकी और बिजनेसमैन की एक डील होती है. ताकि ब्रोकर की भी कमाई हो और बिजनेसमैन की भी यहां तक की इसमें कई सारे सरकारी संस्थान भी अल्प शामिल होते हैं.
इनकी कहानी ऐसी होती है कि ये जब चाहेंगे अपने शेयर के दाम गिरा सकते हैं और जब चाहे बढ़ा सकते हैं, भले ही उनकी कंपनी में रियल टाइम में मुनाफा और घाटा अलग ही चल रहा हो.
अब आप सोचेंगे ऐसा कैसे हो सकता है इसकी मॉनिटरिंग तो खुद गवर्नमेंट करती है.
आपने ब्लैक मनी का नाम सुना ही होगा ब्लैक मनी ऐसा मुनाफा होता है जिसका लेखा जोखा सरकार को दिया नहीं जाता. यह ऐसी कमाई होती है जिसको चोरी छिपे बिजनेसमैन साइड करते रहते हैं. बिना लेखा जोखा दिए तगड़ी धनराशि निकाल कर के शेयर मार्केट में घाटा दिखाया जा सकता है. इसे शेयर के दाम भले असली में काम ना हुए हो लेकिन एप्लीकेशन पर कम दिखाई देने लगते हैं. ऐसे में भविष्य की कल्पना करके लोग शेयर खरीदने लग जाते हैं. कंपनी के पास और पैसा आ जाता है शेयर खरीदने से कंपनी के पास पैसा बढ़ता है तो शेयर के दाम भी बढ़ते जाते हैं.
दाम बढ़ते बढ़ते जब कंपनी के टारगेट पूरे हो जाते हैं तब फिर से ऑफलाइन मार्केट में से आने वाले मुनाफे का काफी तगड़ा ब्लैक मनी साइड करके कंपनी को फिर से घाटे में दिखा दिया जाता है. फिर शेयर के दाम गिर जाते हैं.
यही खेल परमानेंट चलता रहता है आपको लगता है उनके शेर के दाम उनके घाटे होने की वजह से गिर रहे हैं परंतु ऐसा नहीं है हालांकि 90% मामलों में ऐसा नहीं है. 90% मामलों में share के दाम जानबूझकर गिरे हुए दिखाए जाते हैं ताकि लोग लालच में आकर के शेयर खरीदे. ताकि कंपनी के पास और ज्यादा पैसा आए.
यह सब बताने का साफ अर्थ यह है कि ऑनलाइन शेयर मार्केट में पैसा लगाने से 90% नुकसान ही होता है क्योंकि यहां पर 90% बेईमानी का खेल है.
शेयर मार्केट में होगा पैसा बर्बाद SEBI भी यही कहता है
मेरी इन बातों की पुष्टि आप सरकार की मिनिस्ट्री के द्वारा जारी की गई अधिसूचना को पढ़कर भी कर सकते हैं. सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ़ इंडिया यानी कि सेबी SEBI के द्वारा रिस्क गाइडलाइन जारी की गई है. और मैं यहां पर जो बातें बताई वह उसका निचोड़ है. मैंने साफ शब्दों में लिख दिया है.
SEBI के मुताबिक शेयर मार्केट में पैसा लगाने से 10 में से नौ लोगों का नुकसान होता है. और कम से कम नुकसान 50000 का होता है.
इसके साथ जो कुछ ज्यादा किस्मत वालों का बाई चांस फायदा होता है उनका तकरीबन 50% से 70% ट्रांजैक्शन चार्ज में चला जाता है. यानी कि उनके पास भी 50% से 30% ही बचता है. बाकी सब इन प्लेटफार्म के द्वारा ट्रांजैक्शंस चार्ज के नाम पर काट लिया जाता है. यानी कि हर हाल में नुकसान तो है ही.
नुकसान की संभावनाएं 90% है और फायदे की 10%. बात यही नहीं खत्म होती 10% फायदे के चांस में भी 50 से 70% नुकसान ही है.
मेरी राय
जब भी आप किसी भी शेयर मार्केट के ब्रोकिंग एप से जुड़ने जाते हैं तो टर्म्स एंड कंडीशन में इसके साथ ही उनके एडवर्टाइजमेंट में भी साफ साफ मेंशन रहता है. कि इसमें वित्तीय जोखिम संभव है.
यह बिल्कुल वैसे ही गाइडलाइन है जैसे तंबाकू में कैंसर होता है. लिखा होने के बावजूद लोग इसका सेवन करते हैं. एसिड गाइडलाइन सरकार द्वारा उन्हीं चीजों पर डलवाई जाती हैं जिनमें के चांस 90% से अधिक हो. बाकी आप समझदार है.
अगर आपको शेयर मार्केट में पैसा लगाना है और बिजनेस करना है. तो फिर आप कंपनी से डायरेक्ट कांटेक्ट करके उनके शेयर परचेज कीजिए. जिससे आप काम से कम कंपनी के कुछ प्रतिशत के मालिक तो बन जाएंगे.
अगर आप केवल 5000 या फिर 50000 अथवा 5 या 10 लाख लगाकर के शेयर मार्केट में अमीर बनने के सपने देखना चाहते हैं तो यकीन मानिए वह पैसे बर्बाद हो जाएंगे.
निष्कर्ष
यहां ऑनलाइन शेयर मार्केट में ब्रोकर के द्वारा शेयर खरीदने और बेचने के बारे में पैदा भ्रांतियों के विश्लेषण किए गए हैं. उम्मीद करते हैं यह जानकारी आपके लिए उपयोगी सिद्ध होगी. शेयर मार्केट वित्तीय जोखिम का मार्केट है जिसमें आपके लिए सिर्फ जोखिम ही जोखिम है.