वर्तमान में इंटरनेट पर कलर ट्रेडिंग गेम के नाम पर कई सारी वेबसाइट और अप ऐसे मिल रहे हैं, जिनमें मात्र कलर की प्रेडिक्शन करके हजारों लाखों कमाने का लालच दिया जा रहा है. अनगिनत लोग इस पर पैसा लगाते हैं लेकिन लास्ट में अंजाम क्या होता है, क्या वाकई में वह लाखों में हजारों कमा पाते हैं या सिर्फ ठगी का शिकार हो जाते हैं? सब कुछ आज के इस आर्टिकल में आपको जानने को मिलेगा. इतना ही नहीं हम यहां पर आपको color prediction game website और Apps कैसे बनाए जाते हैं यह भी बताएंगे.
कलर प्रेडिक्शन की वेबसाइट्स और app इंस्टाग्राम पर reels के माध्यम से प्रमोट की जाती हैं, कैसे लोग उनसे लाखों रुपए कमा रहे हैं बैठे बिठाये. उन वीडियो को देखकर आपके मन में यह सवाल जरूर आया होगा कि क्या कलर प्रेडिक्शन वाले गेम असली में पैसा देते हैं या फिर केवल फर्जी हैं.
आज के इस आर्टिकल में आपको पॉइंट टू पॉइंट हर चीज समझेंगे और इस सारे scam का पर्दाफाश भी करेंगे.
क्या है Colour prediction game
कलर ट्रेडिंग गेम अथवा कलर प्रेडिक्शन गेम एक तरह का सट्टे बाज़ी गेम है. आम तौर पर छोटे मोटे ठगों द्वारा एक वेबसाइट बनाकर उसपर ये गेम ऑनलाइन कर दिया जाता है.
कलर प्रेडिक्शन वेबसाइट्स पर एक इंटरफेस होता है जिसमें यूजर अपने मोबाइल नंबर से अकाउंट बनाता है. उसके बाद उसको कर कोड के माध्यम से अपने अकाउंट में पैसा डालना होता है. पैसे डालने के बाद यूजर पार्टिसिपेट कर सकता है कलर प्रेडिक्शन गेम में.
इन गेम्स में यूजर को कलर पसंद करने को कहा जाता है और उन्हें कलर्स पर पैसा लगाने को कहा जाता है, छह प्रकार के कलर कांबिनेशन यूजर को दिए जाते हैं. अगर यूजर के द्वारा सिलेक्ट किया गया कांबिनेशन सही निकलता है तो यूजर को पैसा मिल जाता है.
इसी सारे तंत्र में बहुत बड़ा फ्रॉड है, लंबे समय तक ऐसी वेबसाइट नहीं चलाई जाती उनके मालिक इनसे पैसा कमाने के बाद इन वेबसाइट्स को बंद करके नए domain name से फिर से वेबसाइट चालू कर लेते हैं.
Color prediction game कैसे बनाया जाता है?
Color prediction games इल्लीगल है और इनमें किसी भी प्रकार से कोई बड़ी कंपनी का सहारा नहीं है. इन वेबसाइट्स को बनाने वाले छोटे मोटे डेवलपर होते हैं जो की बड़ी कंपनियों के नाम से डोमेन नेम खरीद करके इन्हें बनाते हैं.
ऐसी कंपनियां जिओ एयरटेल आइडिया रिलायंस, बिग बाजार, वी-मार्ट और लुलु मॉल के नाम का इस्तेमाल करके डोमेन नेम खरीदने हैं. यूजर्स को ऐसा लगता है कि यह वेबसाइट इन बड़ी कंपनियों के द्वारा चलाई गई है. और इसी वजह से यूजर इन पर भरोसा कर लेते हैं. परंतु यही इनके फ्रॉड होने का सबसे बड़ा सबूत है.
ऐसी वेबसाइट्स थीमफॉरेस्ट और कोड कैनन के द्वारा कलर प्रेडिक्शन की स्क्रिप्ट खरीद करके बनाई जाती है. यह स्क्रिप्ट प्रे बिल्ट होती है और इसके अंदर कलर प्रेडिक्शन की सारी मैनेजमेंट बैकऐंड से वेबसाइट के मालिक के द्वारा की जाती है.
इन वेबसाइट्स की डिजाइन ऐसी होती है कि आप जिस भी कलर पर पैसा लगाएंगे, उसे पर कुछ समय तक आप छोटी अमाउंट जीतेंगे और उसके बाद आप हारेंगे.
आमतौर पर कलेक्ट प्रेडिक्शन गेम 1 से 3 मिनट के बीच का समय सेट करते हैं. इसी समय के अंदर गेम खत्म होकर नया गेम शुरू हो जाता है. इसलिए यह गेम लोगों को बहुत अच्छा लगता है क्योंकि इसमें जल्दी जल्दी फैसला हो जाता है. लेकिन यह सब कुछ वेबसाइट बनाने वाले के फायदे के लिए होता है.
इन वेबसाइट्स की कोडिंग ऐसे की जाती है कि जिस कलर पर सबसे कम पैसा लगा होगा, उसको छोड़ कर के बाकी जिन कलर’एस पर ज्यादा पैसा लगा होगा उन्हें हरा दिया जाता है.
Color prediction game के फ्रॉड को समझिए
मान लीजिए की Game चालू है पैसा लगा हुआ है, एक कलर पर 10 रुपए लगे हुए हैं और बाकी के कलर पर 1500 या फिर 500 500 तक रुपए लगे हुए हैं. तब वेबसाइट को मैनेज करने वाला वेबसाइट का मालिक 10रुपए लगे वाले कलर को विन कर देता है. इससे वेबसाइट के मालिक के पास से सिर्फ 10 रुपए जाते हैं, लेकिन उसे बाकी दो कलर्स पर पब्लिक के द्वारा लगाए गए पैसे पूरे के पूरे मिल जाते हैं.
`समय खत्म होने पर जब गेम का रिजल्ट आएगा तो जीत उस कलर को मिलेगी जिसमें सबसे कम लोगों ने सबसे कम पैसा लगाया है. क्योंकि उसके जीतने से वेबसाइट के मालिक को कोई नुकसान नहीं होना है. वह दूसरे लोगों का पैसा उसको दे देगा और बाकी कलर के हारने पर, उन सभी हारे हुए कलर्स के लोगों का पैसा वेबसाइट के मालिक का हो जाएगा.
यह वेबसाइट किसी बड़ी कंपनियों के द्वारा नहीं बनाई गई सिर्फ उनका नाम गलत तरीके से इस्तेमाल किया जाता है. इसीलिए उनके द्वारा ऐसे फ्रॉड किए जाते हैं. और जब भी कोई यूजर इनके ऊपर कंप्लेंट करता है तब तक ऐसी वेबसाइट के मालिक इसे खूब पैसा कम कर के इसे बंद कर देते हैं.
1 साल 2 साल ऐसी वेबसाइट चलाने के बाद जमीन पर पुलिस कंप्लेंट होती है तब इन वेबसाइट्स के मालिक इन वेबसाइट को बंद कर देते हैं और नई वेबसाइट बना देते हैं.
छोटी छोटी अमाउंट जीतने के बाद भी फ्रॉड
इस ऐप में कम अमाउंट जिस भी कलर पर लगी होती है उसके यूजर जीत जाते हैं. लेकिन किस कलर पर सबसे कम अमाउंट लगाई गई है यह वेबसाइट के मालिक के अलावा किसी को पता नहीं होता. किसी यूजर को मिली छोटी जीत उसे और ज्यादा पैसा लगाने को प्रेरित करती है.
यूजर पैसे लगाए जाता है, और 15, 20 या फिर 100 और 200 रुपए जीतता है. परंतु यह सभी रुपए उसके color prediction game की वेबसाइट के अकाउंट में इकट्ठा होते रहते हैं. और अंत में जब यूजर उन पैसों को अपने UPI या बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करना चाहता है, और इसके लिए वह गेम में पैसा विड्रोल रिक्वेस्ट डालता है. परंतु वेबसाइट का मालिक वह पैसे यूजर के अकाउंट में ट्रांसफर नहीं करता.
अंत में जाकर यूजर को एहसास होता है कि उसके साथ ठगी हो गई है, उसे जीत के पैसे कभी मिलने वाले नहीं है. नहीं आपके अकाउंट में लाखों रुपए दिखाई दे रहे हैं लेकिन वह सिर्फ देखने भर के लिए रहेंगे आपका असली अकाउंट में कभी भेज नहीं जाएंगे. शिकायत करने पर आपका अकाउंट बंद कर दिया जाएगा और पूरा डाटा डिलीट कर दिया जाएगा.
आप पुलिस कंप्लेंट करने जाएंगे तब तक वेबसाइट का ओनर वेबसाइट को डिलीट कर देगा और नए डोमेन नेम से नया यूआरएल बनाकर नई वेबसाइट लांच कर देगा.
नही, ये सारे गेम ठगों के द्वारा बनाये गए है जिनकी कोई गारेंटी नहीं है. इन्हे ठगी के उद्देश्य से बनाया गया है.
नही, ये कोई पैसा नहीं देते. जीतने के बाद भी आप पैसा निकाल नही सकते.
बेशक, आप कोडेस्टर और कोडकानन प्लेटफार्म से इस गेम की स्क्रिप्ट खरीद कर इसे बना सकते हैं.
निष्कर्ष
यहां पर हमने आपको कलर’एस गेम्स की सच्चाई आपके सामने रखी है. Color prediction website बनाने वाले स्कैमर जिओ आदि बड़ी कंपनियों का नाम इस्तेमाल करते हैं. यह एक बहुत ही बड़ा फ्रॉड है जो करीब 3 साल से चल रहा है. इसलिए उम्मीद करते हैं कि आप यहां से जानकारी पाने के बाद ऐसे फायदा में नहीं फसेंगे.