दवा असली है या नकली कैसे पता करें? Check Medicine is real or Fake

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

दवाइयां लोगों की जिंदगी का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुकी है. बीमारी में यदि सही और असली दवाई ना मिल सके तो इंसान की जिंदगी खतरे में आ जाती है. यह सब जानते हुए भी अनगिनत कंपनियां असली दवाई की नकल यानी नकली दवाई बनाकर के मार्केट में उतार देती है. मुश्किल यह हो जाती है की दवा असली है या नकली यह आप कैसे जानेंगे?

नकली दवाई लेने का कोई फायदा नहीं होता क्योंकि इसे कोई बीमारी ठीक नहीं होती बल्कि इनके साइड इफेक्ट्स से जान को खतरा हो सकता है. इसलिए किसी भी दवा को इस्तेमाल करने से पहले यह पक्का करना जरूरी है कि वह दवा असली है या फिर नकली.

अगर आपको भी शक है कि आप जो दवा लेकर आए हैं वह नकली हो सकती है तो चिंता ना करें क्योंकि आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि आप किस तरह असली और नकली दावों के अंतर को पहचान सकते हैं.

दवाई असली है या नकली कैसे पता करें ?

dawai asali hai ya nakali Kaise check karen

भारत सरकार जानती है की दवाई जैसे गंभीर मुद्दे पर भी स्कैमर और ड्रग्स माफियाओं के द्वारा जहर खुराना गिरी हो सकती है. लोगों के स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार ने प्रत्येक फार्मास्यूटिकल कंपनी के लिए दिशा निर्देश तय किए हुए हैं.

दवाई बनाने वाली हर कंपनी की कानून यह जिम्मेदारी होती है कि वह उनके असली होने की पहचान भी सुनिश्चित करें. ताकि दवाई खरीदने वाला बिना किसी चिंता के उन दवाइयां के असली होने की जांच कर सके और उनका इस्तेमाल कर सके.

प्रत्येक फार्मास्यूटिकल कंपनी अपने द्वारा बनाई गई किसी भी प्रकार की दवाई के प्रत्येक पैक के लिए एक अलग सीरियल नंबर बनती है. कई कंपनियों की दवाइयां के पैर के ऊपर कर कोड भी होता है.

प्रत्येक दवाई के पत्ते और डाबी के ऊपर एक सीरियल नंबर लिखा रहता है. यह सीरियल नंबर ही आपको यह बताया की दवाई असली है या फिर नकली है.

App के माध्यम से Medicine real or fake कैसे जांचे?

प्ले स्टोर पर कई रजिस्टर्ड फार्मास्यूटिकल कंपनियों के अप मौजूद हैं. जिनके माध्यम से आप दवाइयां की ऑथेंटिसिटी चेक कर सकते हैं. जो भी दवाइयां असली और मान्यता प्राप्त होगी उन्हें ऐप के माध्यम से चेक किया जा सकता है.

एक बात का ध्यान रखें यह ऐप केवल और केवल एलोपैथिक दावों की गुणवत्ता जांच करते हैं. आयुष मंत्रालय अर्थात आयुर्वेदिक और यूनानी दवाइयां के लिए इस ऐप से जांच नहीं की जा सकती.

Time needed: 6 minutes

यहां हम जिस app का इस्तेमाल करने वाले हैं उसका नाम psVerify Mobile है. तो चलिए psVerify Mobile app का इस्तेमाल करके पता करें की दवाई असली है या फिर नकली.

  1. psVerify Mobile app इंस्टाल करें

    प्ले स्टोर पर जाइए और psVerify Mobile app लिखकर सर्च कीजिए, और फिर से इंस्टॉल कर लीजिए. प्ले स्टोर पर अनगिनत अप मौजूद है आप उनमें से भी कोई इंस्टॉल कर सकते हैं.

  2. psVerify Mobile app को ओपन करें ईमेल एड्रेस डालकर अकाउंट बनाए

    ऐप को ओपन करने पर यहां पर आपको अपने ईमेल एड्रेस से अकाउंट बनाना है. अपना ईमेल एड्रेस डालकर के गेट स्टार्टेड पर क्लिक कर दीजिए.

  3. दवाई का सीरियल नंबर या बार कोड स्कैन करे

    अब आपको जिस भी दवा को वेरीफाई करना है, यानी जिस दवा की असलियत जानना है. उसका मेडिसिन कोड एंटर करें या फिर बारकोड एंटर करें. मेडिसिन कोड और बारकोड यह दोनों आपको दवाई के पैकेट पर मिल जाएंगे

  4. दवा स्कैन करके Go क्लिक करें

    मेडिसिन कोड इंटर करने अथवा बारकोड को स्कैन करने के बाद go बटन पर क्लिक कर दीजिए.

  5. दवाई असली है या नकली आपके सामने

    अगर दवाई रजिस्टर्ड होगी तो उसकी सारी जानकारी आपके सामने आ जाएगी, इस जानकारी से आप तय कर सकते हैं कि दवा असली है अथवा नकली है.

वेबसाइट से कैसे चेक करे की दवाई असली है या नकली है?

अगर आप अपने फोन में ऐप इंस्टॉल नहीं करना चाहते तो आप वेबसाइट के माध्यम से अपने क्रोम या फिर किसी अन्य ब्राउज़र पर भी दवाई की जांच कर सकते हैं.

इसके लिए आपको verify.pharmasecure.com पर जाना है. इस वेबसाइट पर जाते ही आपके सामने फॉर्म ओपन होगा.

उसे फॉर्म में आप अपना देश सेलेक्ट कीजिए. अपना मोबाइल नंबर डालिए, और उसके बाद मेडिसिन का कोड डालिए. साथ ही एक कैप्चा वर्ड वेरीफिकेशन कोड इमेज दिखाई दे रही होगी, उसे फोटो में जो कुछ भी लिखा है उसे वर्ल्ड वेरिफिकेशन बॉक्स में लिख दें. फिर वेरीफाई बटन पर क्लिक कर दें.

इतना करते ही आपके सामने दवाई की सारी जानकारी खुलकर आ जाएगी. इसमें आप चेक कर सकते हैं की दवाई असली है अथवा नकली है.

दवाई के असली अथवा नकली होने की जांच करना क्यों जरूरी है?

दवाइयां की खरीदारी और खाना हम केवल इसलिए करते हैं ताकि हमारा स्वास्थ्य सही हो सके. लेकिन अगर हमने लापरवाही से नकली दवाइयां का सेवन कर लिया. या फिर हमारे किसी अपने ने नकली दवाइयां खा ली. तो फिर उससे होने वाली नुकसान की भरपाई हम कभी नहीं कर पाएंगे.

हम खुद या फिर हमारे घर का कोई व्यक्ति बीमार पड़ जाए तो कई बार महीना तक उसके इलाज में भाग दौड़ करनी पड़ती है. कई बार किसी बीमारी से लड़ते हुए महीना भर बिस्तर पर वक्त बर्बाद करना पड़ जाता है.

दवाइयां की जांच करने में 2 से 3 मिनट से ज्यादा समय नहीं लगता है, अधिक बीमार पड़ने के बाद महीना भर बिस्तर पर वक्त बर्बाद करने से अच्छा है इंदौर से 3 मिनट लगाकर दवाई की असलियत की जांच कर ली जाए.

दवाइयां का सेवन तभी किया जाए जब आपको पूरी तरह से पता चल चुका हो कि यह दवाई नकली नहीं बल्कि असली ही है. क्योंकि नकली दवाई खाने से अच्छा है कि आप दवाई खाएं ही नहीं.

निष्कर्ष

इस लेट में हमने आपको बताया कि किस तरह आप ऑनलाइन किसी भी दवाई के असली अथवा नकली होने की पहचान कर सकते हैं. Medicine real or fake यह जांचना बहुत आसान है. उम्मीद करते हैं आप प्रत्येक बार दवाइयां की जांच करके ही उसका उपयोग करेंगे.

Spread the love

4 thoughts on “दवा असली है या नकली कैसे पता करें? Check Medicine is real or Fake”

  1. आपने ये जानकारी काफी अच्छी दी. मैं इसे ही आर्टिकल को खोज रहा था जिससे असली दवाई और नकली दवाई की पहचान कर सकूं. thanks

    1. Harsh Agrawal

      आपका धन्यवाद की आपको ये जानकारी पसंद आई.

  2. सोनम पाल

    बहुत बहुत धन्यवाद सर, दवाई की जांच करना जरूरी है.

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

    Whatsapp पर जुड़े
Scroll to Top